ग्रामीण मित्र ... पर आपका हार्दिक स्वागत है ......

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शनिवार, 26 मार्च 2011

सरस्वती सायकल योजना .........

सरस्वती सायकल योजना .........
सरस्वती सायकल योजना .........के अंतगर्त कोसीर शा . उ .मा.विद्यालय में कक्षा नवमी के अनुसूचित जाती ,पिछड़ा जाती के १३४ छात्रों को सायकल वितरित किया गया ,अनुसूचित जाती के ९० छात्राएं ,और पिछड़ा वर्ग से ४४ छात्राएं 
सरस्वती सायकल योजना ..वितरण .कार्य क्रम में कोसीर सरपंच नंदराम लहरे को मुख्य अतिथि के आसंदी से निमंत्रण दिया गया था ,सर्व प्रथम मुख्य अतिथि का स्वागत संस्था के शिक्षक नन्द कुमार द्ववारा किया गया और प्राचार्य योग राम जी लहरे का स्वागत संस्था के वरिष्ठ शिक्षक शिव प्रसाद भारती द्वुवारा  किया गया 
मंच संचालक थानेश्वर जी चंद्रा ने .कार्य क्रम क आगे बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि भाजपा पश्चिम मंडल अध्यक्ष कोसीर सरपंच नंदराम लहरे जी को संबोधन के लिए बुलाये, सरपंच नंदराम लहरे ने छत्तीसगढ़ सरकार की सरस्वती सायकल योजना वितरण पर अपनी बात रखे और बच्चों को बधाई देते हुए बोले यह योजना डा .रमन सिंह जी की एक सकरात्मक सोंच है ग्रामीण अंचल के बालिकाएं संसाधन के आभाव में स्कुल नहीं आ पाते थे पर अब इस योजना से लाभ मिल रहा है इस तरह प्राचार्य जी ने भी संबोधन किया और बलिकायों को सायकल वितरण किया गया!



 कैमरे की नजर से कुछ तस्वीरें ....

इस कार्य क्रम में युवा साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे ,गणमान्य  दाऊ राम चंद्रा ,कृष्णो ,दुलार साय कुर्रे ,वरिष्ठ शिक्षक शिव प्रसाद भारती,अनिल भारद्ववाज ,नन्द कुमार ,विजय  महिलानें ,राज कुमार ,कुमार सिंह ,बसंती  भगत ,रामेश्वर  ,अतुल जी ,दिनेश ,चंचल ,मोहन जी ,किरण लहरे की उपस्थिति रही !
 बालिकाएं .......सायकल पाने के इंतजार में बैठीं फोटो क्रमांक ०१
 सरपंच नंदराम लहरे ,प्राचार्य योग राम जी लहरे और शिक्षक गण....०२
 थानेश्वर जी मंच संचालन करते हुए ..०३


 प्राचार्य जी का स्वागत करते भारती जी  ०४
 प्राचार्य जी संबोधन की मुद्रा में ०५
 सायकल वितरण .................०६
 सरपंच नन्द राम जी सायकल वितरण करते हुए .......०७
 शिक्षक वृंत ..............०८
 साहित्यकार लक्ष्मी नारायण लहरे .....०९
 बालिकाएं सायकल पर सवार होकर घर की ओर .....१०
लक्ष्मी नारायण लहरे 
ग्रामीण मित्र .... 

शुक्रवार, 25 मार्च 2011

प्रकृति की सुन्दरता ......

प्रकृति की सुन्दरता .......
सीसम की सुनहरे फुल 
डालीयों  की शोभा को बढाकर 
मन को मोह रहा है .... 
ऐसा लगता है 
आँखें फाड़कर देखता रहूँ .......
लक्ष्मी नारायण लहरे 
ग्रामीण मित्र 

बुधवार, 23 मार्च 2011

नव सृजन समाज .....


नव सृजन समाज ....... गढ़ें ...
इन आँखों में अब नींद कहाँ 
इन सांसों में अब हवाएं कहाँ 
न सुबह की ,न शाम की 
न अपना ,न कोई पराया 
यहाँ तो लड़ाई है 
बस ,नव सृजन समाज की 
आखिर समरसता कैसे पैदा हो 
कोई न लड़े-जाती ,धर्म ,रंग पर 
हर आँगन में खुशहाली हो 
ऐसा नव सृजन करें 
माता -पिता का हो सम्मान 
ऐसा गुण हर सपूत में गढ़ें 
नव सुबहा से पहले 
नव सृजन समाज गढ़ें 
ऊँच-नीच की दिवार को 
आओ मिलकर समान करें 
नव सुबह से पहले 'साहिल ;
नव सृजन समाज गढ़ें 
 लक्ष्मी नारायण  लहरे 
ग्रामीण मित्र 

संकल्प ....


संकल्प ....
बीज को चाहिए  बित्ता भर जमी ,नमी थोड़ी -सी और हवा 
फिर खुद बना लेता है वह धरती पर अपना बॉस ......
रश्मि रमानी जी की संकल्प कविता हमें सीख देती है एक सच्चे विश्वास की 
प्रेम से प्रेम बढती है और घृणा से घृणा मनुष्य का थोडा सा स्नेह से ही बगिया में फुल खिल कर मुस्कानें 
लगते हैं 
हमें आशा है और विश्वास है आप लोगों का स्नेह और मार्ग दर्शन मिलेगा ...
लक्ष्मी नारायण लहरे ....
ग्रामीण मित्र .....